A Brief History Of Baba Balaknath
बाबा बालकनाथ जी की कहानी बाबा बालकनाथ अमर कथा में पढ़ी जा सकती है, ऐसी मान्यता है, कि बाबाजी का जन्म सभी युगों में हुआ जैसे कि सत्य युग, त्रेता युग, द्वापर युग और वर्तमान में कल युग और हर एक युग में उनको अलग-अलग नाम से जाना गया जैसे "सत युग" में ”स्कन्द”, ”त्रेता युग” में “कौल" और "द्वापर युग" में "महाकौल" के नाम से जाने गये ।
अपने हर अवतार में उन्होंने गरीबों एवं निस्सहायों की सहायता करके उनके दुख दर्द और तकलीफों का नाश किया। हर एक जन्म में यह शिव जी के बड़े भक्त कहलाए । इस लेख - माला में हम एक ऐसे सिद्ध योगी की अमर कथा का वर्णन कर रहे हैं, जिसके सिद्ध बाबा बालक नाथ शिव भक्त के नाम से और ऋद्धियों के मालिक के नाम जाना जाता है।